Mahadeep | mahadeep ke naam | 7 mahadeep ke naam

mahadeep ke naam – सात Mahadeep को उनके आकार व क्षेत्रफल के अनुसार निम्न प्रकार से दर्शाया जा सकता है : – 7 mahadeep ke naam
- 1. एशिया Mahadeep
- 2. अफ्रीका Mahadeep
- 3. उत्तर अमेरिका Mahadeep
- 4. दक्षिण अमेरिका Mahadeep
- 5. अंटार्कटिका Mahadeep
- 6. यूरोप Mahadeep
- 7. ऑस्ट्रेलिया Mahadeep
महाद्वीप ( Mahadeep ) किसे कहते हैं – समुद्र तल से ऊपर उठे हुए पृथ्वी के विशाल भूखंडों को महाद्वीप कहते हैं ।
एशिया महाद्वीप ( Asia Mahadeep )
जनसंख्या व क्षेत्रफल दोनों की दृष्अि से यह विश्व का सबसे बड़ा महाद्वीप है।
मुख्य पर्वत श्रृंखलाएं और चोटियां : हिमालय, काराकोरम, कुनलुन, हिन्दुकुश, तिएनशान, एलब्रूज, अल्तई, टॉरस, सुलेमान, उरल
उच्चतम चोटी : माऊंट एवरेस्ट (8847 मीटर), नेपाल
मुख्य नदियां : यांग्टेज, हांग, अमुर, लेना, ऑब, येकूग, येनिसई, ईर्टीश, सिंधु, ब्रह्मपुत्र, इरावदी इरावदी नदी को म्यांमार की जीवन रेखा माना जाता है। ह्यांग हो नदी को चीन का शोक कहा जाता है।
प्रमुख झीलें : अराल, बैकल, बल्काश, तुंगाटिंग, टोनले साप
प्रमुख मरूस्थल : गोबी, टकला माकन, कारा-कुम, थार, काइजलकुल
खनिज स्रोत : कोयला, लौह, मैगनीज, टिन, एंटिमनि, सोना म्यांमार को पर्वतों व नदियों का देश कहा जाता है ।
यह सुंदर बौद्ध मंदिर पैगोडा के लिए जाना जाता है और इसे सोने के पैगोडा का देश भी कहते हैं। पाकिस्तान को नहरों का देश कहते हैं।
बांग्लादेश को नदियों व सहायक नदियों का देश कहते हैं।
तुर्की को यूरोप का सिकमैन कहा जाता है।
लेबनान को मध्यपूर्व का स्विट्जरलैण्ड कहते हैं।
भूटान को थंडर ड्रैगन का देश कहते हैं।
थाईलैंड को सफेद हाथियों का देश कहते हैं।
दक्षिण कोरिया को प्रातः प्रशांत मंडल (Land Of Morning Calm) का देश कहते हैं।
जापान को उगते सूर्य (Land Of Rising Sun) का देश कहते हैं।
ओसाका को जापान का मैनचेस्टर कहा जाता है।
अफ्रीका महाद्वीप ( Afrika Mahadeep )
यह विश्व का दूसरा सबसे बड़ा महाद्वीप है और यूरोप से तीन गुना बड़ा है।
यह विषुवतरेखा के दोनों ओर फैला हुआ है।
यह एकमात्र महादेश है जहां से कर्करेखा व मकर रेखा दोनों गुजरती हैं।
मुख्य पर्वत और चोटियां : किलिमंजारो, रूवेनजोरी, एटलस, ड्रकेन्सबर्ग, तिबेस्टी मस्सिफ।
मुख्य नदियां : नील, कांगो, निगर, जाबेजी, ऑरेंज, कसाई, लिम्पोपो, सेनेगल।
मुख्य मरुस्थल : उत्तर में सहारा (विश्व का सबसे बड़ा), दक्षिण में कालाहारी और नामिब ।
खनिज स्रोत : सोना, हीरा, बॉक्साइट, तांबा, लौह अयस्क, कोबाल्ट, मैग्नीज, यूरेनियम, शीशा, जिंक, एस्बोसिऑस, फॉस्फेट ।
विश्व में उच्चतम तापमान अल-आजीजिया (लीबिया) में 58°
सेंटीग्रेड दर्ज किया गया है जो इसे विश्व का सबसे गर्म स्थान बनाता है।
नील विश्व की सबसे लंबी नदी है। इसकी दो सहायक नदियां ब्लूनील व व्हाइट नील हैं |
ब्लूनील इथीयोपिया में ठाना झील से निकलती है जबकि व्हाइट नील यूगांडा के अल्बर्ट झील से निकलती है। ब्लूनील व व्हाइट नील खातूंम (सूडान की राजधानी) में मिलती हैं व वहां से आगे नील के नाम से बहती हैं। एक बड़ा डेल्टा बनाते हुए यह भूमध्य सागर में गिरती है।
शुतुरमुर्ग कालाहारी मरूस्थल में पाया जाने वाला कम उड़ने व तेज दौड़ने वाला पक्षी है। यह दक्षिण अमेरिका के री व ऑस्ट्रेलिया के एम्यू के समान होता है।
कोकोआ अफ्रीका की महत्त्वपूर्ण फसलों में से एक है और घाना व नाइजीरिया कोकोआ के सबसे बड़े उत्पादक हैं।
दक्षिण अफ्रीका सोना (विश्व का 47%), हीरा (विश्व का 95%) और प्लेटिनम का सबसे बड़ा उत्पादक है, जोहांसबर्ग व विटवाटर्सरैण्ड सोने के लिए व किम्बरले हीरे के लिए प्रसिद्ध है।
झांबीबार विश्व में लवंग (Clove) का सबसे बड़ा उत्पादक है। दूसरा स्थान पेम्बा द्वीप का है।
उत्तर अमेरिका महाद्वीप ( North America Mahadeep )
उत्तर अमेरिका आकार में एशिया के आधे से भी कम है।
पर्वत श्रृंखलाएं : द रॉकी (4800 किमी. से अधिक में फैला), अलास्का श्रृंखला, सिएरा माद्रे, सेंट इलियास
मुख्य नदियां : मिसौरी, मिसिसिप्पी, यूकोन, रियो ग्रांदे, अर्कान्सास, कोलोराडो, लाल, सेंट लॉरेंस
मुख्य झीलें : सुपीरियर, हुरॉन, मिशिगन, ग्रेटबीयर, ग्रेट स्लेव, विन्निपेग, ओन्टारियो ।
खनिज स्रोत : कोयला, लौह अयस्क, पेट्रोलियम, सोना, चांदी, तांबा न्यूफाउंडलैण्ड के समीप ग्रांड बैंक मछली पकड़ने के लिए प्रसिद्ध है। मछलियों की मुख्य प्रजातियों टुना और सलमान हैं।
न्यूयार्क को गगनचुम्बी इमारतों का शहर कहा जाता है। हाटर्सफील्ड जैक्सन अटलांटा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट (अटलांटा, अमेरिका) विश्व का व्यस्ततम एयरपोर्ट है।
शिकागो रेल जंक्शन विश्व का व्यस्ततम रेल जंक्शन है।
उत्तर अमेरिका विश्व के कुल गेहूं के 1/5 का उत्पादन करता है। अमेरिका का प्रेयरी क्षेत्र गेहूं और मक्का के लिए प्रसिद्ध है। इन्हें विश्व की रोटी की टोकरी कहते हैं।
दक्षिण अमेरिका महाद्वीप ( South America Mahadeep )
दक्षिण अमेरिका चौथा सबसे बड़ा महाद्वीप हैं | यह आकार में त्रिभुजाकार है। इसकी सबसे बड़ी विशेषता इसकी एंडीज पर्वत श्रृंखला है जो पूरे महाद्वीप में फैली है।
मुख्य पर्वत श्रृंखलाएं : एंडीज (उच्चतम चोटी अकांकागुआ), ब्राजीलियन हाईलैण्ड, गुआना हाईलैण्ड ।
मुख्य नदियां : अमेजन, पराना, सैन फ्रांसिस्को, ओरिनोको, रियो निग्रो, परग्वे, उरुग्वे, ला प्लाटा
मुख्य मरुस्थल : दक्षिण में अटकामा
मुख्य झीलें : मराकैबो, टिटिकाका, मिरिम
खनिज संसाधन : पेट्रोलियम, लौह अयस्क, चांदी, सोना, तांबा, टिन, शीशा, जिंक
अमेजन के विषुवतीय वर्षा वन महोगनी जैसी लकड़ियों के भण्डारगृह हैं | साथ विश्व की सबसे हल्की लकड़ी बाल्सा भी इन्हीं वनों से आती है।
दक्षिण अमेरिका (अमेजन बेसिन) रबर के पेड़ों का केन्द्र है। करनौबा पाम ट्री (ब्राजील), सिनकोना बार्क (कुनैन दवा में प्रयुक्त) और चिकल (च्चींगम में प्रयुक्त) दक्षिण अफ्रीका के विषुवतीय वर्षा वनों के उत्पाद हैं।
दक्षिण अमेरिका, मैस्किको, केन्द्रीय अमेरिका और वेस्ट इंडीज को संयुक्त रूप से लैटिन अमेरिका कहते हैं।
यूरोप महाद्वीप ( Europe Mahadeep )
मुख्य पर्वत श्रृंखलाएं : कौकासस, आल्प्स, पाइरीनिज, नवादा
मुख्य नदी : वोल्गा, डेन्यूब, निएपर, डॉन, पेकोरा, निएस्टर, राइन
मुख्य झील : लडोगा, ओनेगा, वनीर खनिज संसाधन : कोयला, लौह अयस्क, पारा, बॉक्साइट ग्रेट ब्रिटेन : स्कॉटलैण्ड, वेल्स और इंग्लैण्ड को एकसाथ ग्रेट ब्रिटेन कहा जाता है।
यूनाइटेड किंगडम : ग्रेट ब्रिटेन और उत्तरी आयरलैण्ड को संयुक्त रूप से यूनाइटेड किंगडम कहते हैं।
एंटवर्प (बेल्जियम) विश्व का हीरों के व्यापार का सबसे बड़ा केन्द्र फिनलैण्ड को झीलों का देश कहा जाता है।
यूके का डागर बैंक मछली पकड़ने के लिए प्रसिद्ध है।
ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप ( Australia Mahadeep )
मुख्य नदी : मरे (2500 किमी) सबसे लंबी नदी है। इसकी सहायक नदियां डार्लिंग व मर्रमविड्गी हैं।
खनिज संसाधन : सोना, चांदी, कोयला, लौह अयस्क, शीशा, जिंक बॉक्साइड, तांबा, यूरेनियम और टंगस्टन मैकडोनल और मस्प्रेव श्रृंखला केन्द्रीय ऑस्ट्रेलिया में है।
तस्मानिया सागर ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैण्ड को पृथक करता है।
ऑस्ट्रेलिया विश्व में बॉक्साइट का सबसे बड़ा उत्पादक है।
अंटार्कटिका महाद्वीप ( antarctica Mahadeep )
1820 में इसकी खोज हुई थी।
अंटार्कटिका पहुंचने वाला प्रथम व्यक्ति रोआल्ड अमुदसेन था।
यह विश्व के बारे में और अधिक जानने का वैज्ञानिकों को अद्वितीय अवसर प्रदान करता है। इसलिए इसे महाद्वीप कहते हैं |
यह एकमात्र महाद्वीप है जो पूर्णतः जमा हुआ है। इसलिए इसे सफेद महादेश के रूप में जाना जाता है।